जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में परीक्षा पेपर लीक मामले में हुए प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र नेता राजवीर सिंह बांता के खिलाफ भगत की कोठी थाने में मामला दर्ज करवाया है। यूनिवर्सिटी ने राजकार्य में बाधा डालने और गोपनीय शाखा की चाबी अपने साथ ले जाने की रिपोर्ट भी दी है। इस प्रदर्शन के बाद यूनिवर्सिटी ने राजवीर बांता को निलंबित भी कर रखा है।
विश्वविद्यालय कार्यालय के सहायक कुलसचिव छोटे लाल मीणा ने रिपोर्ट देकर बताया कि वह गोपनीय शाखा में पद स्थापित है। 24 अप्रैल को दोपहर 12 बजे अपने साथी कर्मचारियों के साथ काम कर रहे थे। उस समय विश्वविद्यालय में परीक्षाएं चल रही थी। राजवीर सिंह बांता अपने साथ 15- 20 छात्रों को लेकर गोपनीय शाखा में प्रवेश कर राजकार्य में बाधा डालकर हुड़दंग में उपद्रव कर नारेबाजी की। उनके साथ छात्राओं ने मोबाइल से वीडियो भी बनाए थे । फिर कर्मचारी से ताला छीनकर गेट के ऊपर ताला लगाकर चाबी अपने साथ ले गए।
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने कार्यालयों में बैठे कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया।
विभाग के कर्मचारियों द्वारा चाबी मांगने पर भी उन्होंने चाबी नहीं दी। 2 घंटे बाद 2:00 बजे चाबी उनकी टेबल पर रख कर चले गए। जबकि यूनिवर्सिटी में इन दिनों तीनो पारियों में संभाग स्तर की परीक्षाएं चल रही है। इस प्रदर्शन से विभाग का कार्य बाधित हुआ।
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने यूनिवर्सिटी कार्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों को भी बाहर निकाल दिया था।
बता दें की सोमवार को एबीवीपी की ओर से यूनिवर्सिटी का प्रश्नपत्र लीक के मामले को लेकर छात्र नेताओं ने केंद्रीय कार्यालय में प्रदर्शन किया था। आरोप है की कुछ छात्र यूनिवर्सिटी की गोपनीय शाखा में भी घुस गए थे और वहां के कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। स्टूडेंट ने गोपनीय शाखा के गेट पर ताला भी लगा दिया और गोपनीय शाखा का वीडियो भी बनाया था। इसको लेकर यूनिवर्सिटी रजिस्टार की तरफ से लिखित शिकायत भगत की कोठी थाने में भेजी गई थी।
इस रिपोर्ट के आधार पर छात्र नेता राजवीर सिंह व 8- 10 अन्य छात्रों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया है।