जयपुर. हाल ही में रिलीज हुई पानीपत फिल्म में भरतपुर के महाराजा सूरजमल के चित्रण पर उपजे विवाद के चलते गत पांच दिन से प्रदेश के सभी 175 सिनेमाघराें में फिल्म का प्रसारण नहीं हाे रहा। मामले काे लेकर हाइकाेर्ट में भी परिवाद दायर हाे चुका है। इसमें फिल्म निर्माता निर्देशक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की गुहार की गई है।
परिवादी दलेसिंह की ओर से दायर परिवाद पर 16 दिसंबर काे सुनवाई हाेगी। अब राजस्थान जाट महासभा ने मामले में फिल्म काे पूरी तरह से ही प्रतिबंधित करने की मांग की है। राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील का कहना है कि फिल्म काे बहुत ज्यादा नाटकीय बनाने के लिए काल्पनिक दृश्याें काे दिखाया गया है। फिल्म में महाराजा सूरजमल के लिए जैसा बताया गया है, वैसा इतिहास की पुस्तकाें में कहीं नहीं मिलता। इसलिए इस फिल्म काे पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए।
फिल्म काे लेकर प्रदेश के पर्यटन मंत्री व महाराजा सूरजमल के 14वीं पीढ़ी के विश्वेन्द्र सिंह विराेध कर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुके हैं। राजस्थान में फिल्म जोधा-अकबर, पद्मावत के बाद इस प्रकार विरोध झेलने वाली पानीपत तीसरी बड़ी फिल्म है।