भारत में टी-20 वर्ल्ड कप के ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर स्टार ने एक एड कैंपेन चलाया है...बहुत हुआ इंतजार...जीत लो कप अबकी बार। भारतीय टीम 15 साल से इस टूर्नामेंट को जीतने का इंतजार कर रही है। 2007 में हमें पहली और आखिरी बार कामयाबी मिली थी।
इंतजार काफी लंबा हो रहा था लिहाजा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने तैयारी भी खूब की। पिछले टी-20 वर्ल्ड के बाद से 11 महीने के अंदर इस टीम के लिए इस फॉर्मेट के 35 मुकाबले करवा दिए। बाकी दोनों फॉर्मेट टेस्ट और वनडे को भी जोड़़ लें तो कुल 59 मैच हुए इस दौरान, लेकिन जब टीम बनी तो ज्यादातर उन खिलाड़ियों को मौका मिला जो इन 59 मुकाबलों में सबसे कम खेले।
कुछ खिलाडियों को पूरे साल समय-समय पर इसलिए आराम दिया गया ताकि वे वर्ल्ड कप के लिए फिट रहें, लेकिन ये आराम करते-करते चोटिल हो गए। चलिए इन सूरमाओं के बारे में एक-एक कर बात करते हैं। उससे पहले हमारे इस पोल में अपनी राय देते चलिए...
विराट कोहली पिछले एक साल में 31 इंटरनेशनल मैच से गायब रहे।
शुरुआत टॉप 3 से यानी, रोहित-राहुल-विराट
वर्ल्ड कप में भारत के लिए रोहित शर्मा और केएल राहुल ओपनिंग करेंगे और विराट कोहली नंबर-3 पर आएंगे। यह बात आज नहीं साल भर पहले से तय थी। इसके बावजूद ये सितारे पिछले एक साल में टीम इंडिया के करीब आधे मुकाबलों से गायब रहे। विराट 59 इंटरनेशनल मैचों में से 31 में गायब रहे। राहुल 37 मैच नहीं खेले। वहीं, कप्तान रोहित शर्मा ने भी 25 मैच मिस किए। सिर्फ टी-20 की बात करें तो विराट पिछले टी-20 वर्ल्ड कप के बाद हुए भारत के 35 में से 21 मैच नहीं खेले। राहुल 23 मैचों से गायब रहे, तो रोहित ने 9 मुकाबले मिस किए।
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा पिछले एक साल में 25 मैच मिस किए हैं।
मिडिल और लोअर मिडिल ऑर्डर का भी वही हाल
नंबर-4 पर सूर्यकुमार यादव उतरेंगे। वे 35 में से 26 मैच खेल सके हैं। नंबर-5 पर आने वाले हार्दिक पंड्या ने 19 मुकाबले ही खेले। नंबर-6 पर दिनेश कार्तिक आ सकते हैं। उन्होंने भी 11 मैच मिस किए हैं। अक्षर पटेल को 35 में सिर्फ 20 मैच खेलने का मौका मिला।
हमारे कुछ खिलाड़ी तो ऐसे हैं जो मानों आराम करते-करते चोटिल हो रहे हैं। जसप्रीत बुमराह ने पिछले वर्ल्ड कप के बाद से सिर्फ 5 टी-20 और कुल 16 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इसके बावजूद वे पीठ चोटिल करवाकर 4 से 6 महीने के लिए टीम से बाहर हैं। रवींद्र जडेजा के साथ भी यही हुआ। वे इतने दिनों में 9 टी-20 और 16 इंटरनेशनल मैच खेल हैं। वे भी चोटिल होकर वर्ल्ड कप की टीम से बाहर हैं।
जब आराम इतना जरूरी तो IPL में दो महीने में 14-16 मैच कैसे
आप कह सकते हैं खिलाड़ी फिट रहें और तरोताजा रहें इसलिए बीच-बीच में आराम दिया जाना जरूरी है। अगर ऐसा है तो यह फिलॉसफी IPL में भी लागू होनी चाहिए, लेकिन वहां ऐसा नहीं होता है। अगली तस्वीर में आप देख सकते हैं हमारे सितारे करीब दो महीने के IPL में कितने मैच मिस करते हैं। रोहित और बुमराह तो पिछले सीजन में मुंबई के लिए तब लगातार 14-14 मैच खेले जब उनकी टीम 10 मैच के बाद प्ले-ऑफ की होड़ से बाहर हो चुकी थी। यानी वे IPL के गैरजरूरी मुकाबलों में भी खेलते रहे। चोटिल होने का जोखिम उठाते रहे, लेकिन जब बारी नेशनल टीम के लिए खेलने की होती है तो उनको आराम चाहिए होता है।
पाकिस्तान के बाबर-रिजवान से ही सीख लेते
नेशनल टीम के लिए खेलने की भूख क्या होती है यह हमारे सितारे पाकिस्तान के स्टार बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान से भी सीख सकते हैं। पाकिस्तान ने पिछले टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से 36 इंटरनेशनल मैच खेले। बाबर ने सभी 36 मैचों में शिरकत की। रिजवान ने 34 मैच खेले। जहां तक टी-20 की बात है तो पाकिस्तान ने इस टाइम पीरियड में 20 मुकाबले खेले। बाबर सब में मौजूद रहे। रिजवान 19 में खेले।
बाबर और रिजवान की जोड़ी पाकिस्तान के लिए कोई भी मैच मिस नहीं करती। दोनों टी-20 रैकिंग में टॉप 5 बल्लेबाजों में हैं।
जब बुमराह लगातार अनफिट थे तो विकल्प तैयार क्यों नहीं
जसप्रीत बुमराह को जिस तरह IPL को छोड़कर बाकी मैचों से आराम मिला है उससे यही लगता है कि उनकी फिटनेस लंबे समय से ठीक नहीं है। अगर बात ऐसी थी तो इतने दिनों में भारतीय थिंक टैंक ने उनका कोई ऑप्शन क्यों तैयार नहीं किया। बुमराह वर्ल्ड कप से ठीक पहले पीठ पकड़ के बैठ गए हैं और भारतीय फैंस इस बात को लेकर सिर पकड़े हुए हैं कि अब डेथ ओवर्स में बॉलिंग कौन करेगा।
बल्लेबाजों की छुट्टी के कारण गंवा दिया इंदौर वाला टी-20
भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन टी-20 मैचों की सीरीज के लिए फुल स्ट्रेंथ टीम उतारी। मकसद यह था कि वर्ल्ड कप से पहले इन तीन मैचों का इस्तेमाल टीम कॉम्बिनेशन को पुख्ता करने के लिए किया जाएगा। दो मैच में भारत ने सीरीज पर कब्जा क्या कर लिया विराट और राहुल फिर छुट्टी पर चले गए। मजबूरी में भारत ने आखिरी मुकाबला सिर्फ पांच विशेषज्ञ बल्लेबाजों के दम पर खेला।
पांच विकेट गिरने के बाद ही अक्षर पटेल और हर्षल पटेल क्रीज पर थे। दोनों आम तौर पर नंबर-8 या इससे नीचे बल्लेबाजी करने लायक हैं। लेकिन, टीम में विशेषज्ञ बल्लेबाज कम थे लिहाजा इन्हें ऊपर आना पड़ा। नतीजा यह रहा कि भारतीय टीम 49 रन से मैच हार गई।
साउथ अफ्रीका की फुल स्ट्रेंथ टीम के सामने हमारी बी टीम
इस समय भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज खेली जा रही है। सवाल तो यह भी उठता है कि टी-20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले आखिरी वनडे सीरीज हो क्यों रही है। बहरहाल साउथ अफ्रीका ने इस सीरीज के लिए भी अपनी फुल स्ट्रेंथ टीम उतारी है। उसकी टीम में ज्यादातर वही खिलाड़ी शामिल हैं जो टी-20 वर्ल्ड कप में खेलने उतरेंगे, लेकिन भारत ने बी टीम उतारी है। हमारी मुख्य टीम बेहतर प्रैक्टिस के लिए ऑस्ट्रेलिया रवाना हो चुकी है। उन खिलाड़ियों के साथ जो साल में इंटरनेशनल मैच खेल कर प्रैक्टिस हासिल करने का मौका ब्रेक लेकर छोड़ते रहे।
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