कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने सुबह ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेटर लिखकर इस्तीफा दिया था।
गौरव ने खड़गे से कहा था कि वे न तो सनातन विरोधी नारे लगा सकते हैं और न ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर्स को गाली दे सकते हैं। इसी वजह से पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं।
कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में गौरव वल्लभ को उदयपुर सीट से मैदान में उतारा था, लेकिन वे BJP के ताराचंद जैन से 32 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे।
गौरव वल्लभ ने इस्तीफे में लिखीं 3 बड़ी बातें …
1. पार्टी में नए आइडिया की कद्र नहीं होती
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेटर लिखते हुए गौरव ने कहा, 'पिछले कुछ दिनों से पार्टी के स्टैंड से असहज महसूस कर रहा हूं। जब मैंने कांग्रेस पार्टी जॉइन की तब मेरा मानना था कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। वहां सभी के आइडिया की कद्र होती है, लेकिन ऐसा नहीं है।
पार्टी का ग्राउंड लेवल कनेक्ट पूरी तरह से टूट चुका है और वह नए भारत की आकांक्षा को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही है। इसी वजह से पार्टी न तो सत्ता में आ पा रही और न ही मजबूत विपक्ष की भूमिका निभा पा रही हैं। बड़े नेताओं और जमीनी कार्यकर्ताओं के बीच की दूरी पाटना बेहद कठिन है, जो राजनैतिक रूप से जरूरी है। जब तक एक कार्यकर्ता अपने नेता को डायरेक्ट सुझाव नहीं दे सकता तब तक किसी भी प्रकार का सकारात्मक परिवर्तन संभव नहीं है।'
गौरव 2003 में RBI के थिंक-टैंक के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
2. श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस के स्टैंड से परेशान हूं
'अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा में कांग्रेस पार्टी के स्टैंड से मैं परेशान हूं। मैं जन्म से हिंदू और कर्म से शिक्षक हूं। पार्टी और गठबंधन से जुड़े कई लोग सनातन के विरोध में बोलते हैं और पार्टी का उस पर चुप रहना, स्वीकृति देने जैसा है।
इन दिनों पार्टी गलत दिशा में आगे बढ़ रही है। एक ओर हम जाति आधारित जनगणना की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर संपूर्ण हिंदू समाज के विरोधी नजर आ रहे हैं। यह कार्यशैली जनता के बीच पार्टी को एक खास धर्म विशेष का हितैषी होने का संदेश दे रही है। यह कांग्रेस के मूलभूत सिद्धांतों के खिलाफ है।'
3. कांग्रेस हमेशा देश के वेल्थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाती है
'आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का स्टैंड हमेशा देश के वेल्थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाने का और उन्हें गाली देने का रहा है। आज हम उन आर्थिक उदारीकरण, निजीकरण व वैश्वीकरण नीतियों के खिलाफ हो गए हैं, जिसको देश में लागू कराने का पूरा श्रेय दुनिया ने हमें दिया है। देश में होने वाले हर निवेश पर पार्टी का नजरिया हमेशा नकारात्मक रहा। क्या हमारे देश में बिजनेस करके पैसा कमाना गलत है?'
गौरव का आरोप है कि आर्थिक मामलों पर कांग्रेस का स्टैंड हमेशा देश के वेल्थ क्रिएटर्स को नीचा दिखाने का और उन्हें गाली देने का रहा है।
कांग्रेस ने राजस्थान की उदयपुर सीट से मैदान में उतारा था
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस ने गौरव वल्लभ को उदयपुर सीट से मैदान में उतारा था। उनके लिए पूर्व CM अशोक गहलोत ने चुनाव प्रचार किया था। इसके बावजूद वे BJP के ताराचंद जैन से 32 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे।
इसके अलावा 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने गौरव को जमशेदपुर पूर्वी सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ मैदान में उतारा था। हालांकि, तब भी वे जीत नहीं पाए थे।
टीवी डिबेट में संबित पात्रा से बहस के दौरान चर्चा में आए थे
42 साल के गौरव वल्लभ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता थे। एक टीवी शो पर 5 मिलियन इकोनॉमी पर भाजपा नेता संबित पात्रा से बहस के दौरान वे चर्चा में आए थे। गौरव जोधपुर के रहने वाले हैं, लेकिन जमशेदपुर को अपनी कर्मभूमि मानते हैं।
गौरव की अर्थव्यवस्था और वित्त मामलों पर अच्छी पकड़ मानी जाती है। उन्होंने अमेरिका से सर्टिफाइड फाइनेंस रिस्क मैनेजमेंट का कोर्स किया है। वे चार्टर्ड अकाउंटेंट की सबसे बड़ी संस्था ICAI के डायरेक्टर थे और कई कॉलेज में बतौर गेस्ट लेक्चर पढ़ाने जा चुके हैं। 2003 में वह RBI के थिंक टैंक के तौर पर भी काम कर चुके हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह कांग्रेस छोड़ BJP में शामिल
हरियाणा के भिवानी में रहने वाले ओलिंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह बुधवार को कांग्रेस को छोड़ BJP में शामिल हो गए। उन्होंने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। विजेंदर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें साउथ दिल्ली से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे हार गए थे। पूरी खबर पढ़ें ...