पाकिस्तान ने पिछले महीने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक बस पर हुए आत्मघाती हमले का आरोप भारत और अफगानिस्तान पर लगाया है। इस घटना में 9 चीनी इंजीनियरों समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी। धमाके के बाद बस गहरी खाई में गिर गई थी।
इस्लामाबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आरोप लगाया कि इस आत्मघाती हमले में भारत और अफगानिस्तान का हाथ है। कुरैशी ने कहा कि इस हमले में जिस कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अफगानिस्तान से लाया गया था।
36 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली
कु़रैशी ने कहा कि यह एक ब्लाइंड केस था, लेकिन पाकिस्तानी जांच एजेंसियों ने 36 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और करीब 1,400 किलोमीटर क्षेत्र में जांच कर इस घटना में शामिल लोगों का पता लगाने मे कामयाबी हासिल की। इसमें दो सुरक्षा एजेंसियों का हाथ था।
उन्होंने कहा कि भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) और अफगानिस्तान के नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी (NDS) ने मिलकर इसे अंजाम दिया था। भारत ने पाकिस्तान और चीन की पाक दोस्ती के बीच दरार डालने के लिए हमारी जमीन का इस्तेमाल किया।
13 जुलाई को हुआ था आत्मघाती हमला
चीन के इंजीनियरों पर 13 जुलाई को हमला हुआ था। ये सभी डासू डैम प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। चीन की कंपनी यहां सिंधु नदी पर 4,300 मेगावाट के पावर प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। पाकिस्तान के साथ चीन की एजेंसियों ने खुद इस घटना की जांच की थी।