अफगानिस्तान के शिरजाद डिस्ट्रिक्ट में शनिवार को आतंकियों ने मिलिट्री बेस को निशाना बनाकर बड़ा धमाका किया। इसमें 8 सैनिकों की मौत हो गई। सरकार के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। आतंकी संगठन तालिबान ने धमाके के बाद मीडिया को बयान भेजकर इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
इसमें तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने दावा कि यह एक सुसाइड अटैक था। इसमें 50 सैनिक मारे गए हैं। घायलों की संख्या अब तक सामने नहीं आई है। इसके बाद काबुल शहर में दो और हमले हुए लेकिन इनमें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। एक जगह मैग्नेटिक बम से पुलिस वैन पर हमला किया गया। इसमें एक नागरिक घायल हो गया। काबुल के ही सलीम कारवान इलाके में एक कार में विस्फोट हो गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।
तालिबान और अफगान सरकार में चल रही बातचीत
अफगान सरकार और तालिबान किसी समझौते पर पहुंचने के लिए दोहा में बातचीत कर रहे हैं। लंबी बातचीत के बावजूद कोई नतीजा न निकलने से पिछले कुछ महीनों में अफगानिस्तान में आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं। तीन सप्ताह से ज्यादा वक्त बाद 6 जनवरी को दोनों पक्षों में बातचीत हुई थी लेकिन इसमें भी कोई नतीजा नहीं निकला। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इसके बाद से दोनों पक्षों में कोई ऑफिशियल बातचीत नहीं हुई है।
राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग पर अड़ा तालिबान
हाई काउंसिल फॉर नेशनल रिकंसीलिएशन के चेयरमैन अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने पिछले हफ्ते कहा था कि उन्होंने सरकार की ओर से बातचीत करने वाली टीम को निर्देश दिया था कि बातचीत को सफल बनाने के लिए युद्ध विराम और हिंसा में कमी पर ध्यान दें। हालांकि, तालिबान ने सीजफायर के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी के इस्तीफे की मांग रखी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान की ओर से बातचीत करने वाली टीम के एक मेंबर शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने कहा है कि उनका संगठन शांति के लिए तैयार है अगर अशरफ गनी इस्तीफे दे दें। वहीं राष्ट्रपति गनी ने यह कहते हुए इस मांग को खारिज कर दिया कि वह शांति के लिए रुकावट नहीं हैं।