IT की दिग्गज कंपनी विप्रो ने अपने 12,000 करोड़ रुपए के शेयर्स बायबैक के लिए रिकॉर्ड डेट का ऐलान कर दिया है। एक्सचेंज फाइलिंग में विप्रो ने बायबैक के लिए 16 जून की रिकॉर्ड डेट तय करने की जानकारी दी है। एक महीने पहले चौथी तिमाही के नतीजों के साथ विप्रो के बोर्ड ने शेयर्स बायबैक को मंजूरी दी थी।
26.97 करोड़ शेयरों के बायबैक को मंजूरी दी थी
कंपनी के बोर्ड ने 26.97 करोड़ शेयरों के बायबैक को भी मंजूरी दी थी, जो कंपनी के कुल शेयरों का 4.91% हिस्सा है। विप्रो ने इस बायबैक के लिए 445 रुपए/शेयर की कीमत तय की है। इस बायबैक पर विप्रो टोटल 12,000 करोड़ रुपए खर्च करेगी।
27 अप्रैल को जब कंपनी के नतीजों के साथ बायबैक का ऐलान हुआ था, तब विप्रो का शेयर 374.35 रुपए पर बंद हुआ था। यानी क्लोजिंग से 18.87% के प्रीमियम पर बायबैक का ऐलान किया गया था। वहीं सोमवार (5 जून) को BSE पर विप्रो का शेयर 0.099% की गिरावट के साथ 404.55 पर बंद हुआ है।
Q4 में विप्रो का नेट प्रॉफिट घटकर 3,075 करोड़ रु रहा
विप्रो का Q4FY23 यानी चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट साल-दर-साल (YoY) 0.4% घटकर 3,075 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 3,087 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
इससे पहले की तिमाही यानी Q3FY23 में विप्रो को नेट प्रॉफिट 3,053 करोड़ रुपए रहा था। इस हिसाब से तीसरी तिमाही की तुलना में चौथी तिमाही में नेट प्रॉफिट में मामूली बढ़त देखने को मिली है।
विप्रो का रेवेन्यू 11% बढ़कर 23,190 करोड़ रु रहा
Q4 में कंपनी का ऑपरेशन से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 11.2% बढ़कर 23,190 करोड़ रुपए रहा। पिछले फाइनेंशियल ईयर की इसी अवधि में ये 20,860 करोड़ रुपए रहा था। इससे पहले की तिमाही यानी Q3FY23 में विप्रो का रेवेन्यू 23,229 करोड़ रुपए रहा था।