पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रिहाई के खिलाफ पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने धरना प्रदर्शन किया। इसकी अगुआई अलायंस चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान ने की। पहले यह धरना बेमियादी था, देर रात इसको खत्म करने का फैसला हुआ।
PDM में शामिल सभी 13 पार्टियों के नेता और हजारों कार्यकर्ता इसमें शामिल हुए। इस दौरान नवाज शरीफ की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) की नेता मरियम नवाज ने कहा- हमारा सुप्रीम कोर्ट और उसके चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल सिर्फ इमरान खान को इंसाफ दे रहे हैं। वो ईमानदारी नहीं, इमरानदारी दिखा रहे हैं।
मौलाना ने कहा- जजों को सियासत का बहुत शौक है। मेरा चैलेंज है, वो कोर्ट से निकलें और फिर सियासत करें। देखते हैं क्या होता है।
सोमवार को PDM के धरने में शामिल होने पहुंचीं मरियम नवाज।
2 घंटे में ठीक हो गया इमरान का पैर
मरियम नवाज ने इमरान पर तंज कसा। कहा- इमरान का जो पैर 6 महीने से ठीक नहीं हो रहा था, वो हमारे रेंजर्स ने 2 घंटे में ठीक कर दिया। चलना तो ठीक, खान तो अब दौड़ने भी लगा है। अगर चीफ जस्टिस उमर अता बंदियाल में जरा भी शर्म है तो वो इस्तीफा दें। जब तक वो चीफ जस्टिस हैं, तब तक मुल्क में फेयर इलेक्शन नहीं हो सकते। इमरान ने जितना नुकसान पाकिस्तान को पहुंचाया है, उतना तो दहशतगर्दों ने नहीं पहुंचाया।
मरियम ने आगे कहा- खान कहता है कि पिंकी पीरनी (इमरान की पत्नी बुशरा बीबी) तो घरेलू महिला है। अगर वो घरेलू महिला है तो पर्दे के पीछे से सियासत क्यों कर रही है। जादू-टोने से मुल्क चलाने वाली के पास अरबों रुपए की जमीन कैसे आ गई।
मौलाना का इमरान समर्थकों को चैलेंज
- पाकिस्तान में इमरान की गिरफ्तारी के बाद जबरदस्त हिंसा हुई थी। सोमवार को सरकार ने संसद में बताया कि अब तक 6 अरब रुपए के नुकसान का पता चला है।
- मौलाना फजल-उर-रहमान ने इस मुद्दे का जिक्र करते हुए इमरान समर्थकों को सीधी चुनौती दी। कहा- 9 मई को जिन लोगों ने मुल्क को आग के हवाले किया था, उन्हें मेरा चैलेंज है, आओ आज आमने-सामने का मुकाबला करके देख लो। मेरे साथी भी तैयार होकर आए हैं, हम यहीं बैठेंगे।
- मौलाना ने आगे कहा- जजों को अगर सियासत करनी है तो कोर्ट से बाहर निकलें। ये कैसा चीफ जस्टिस है कि एक 60 अरब का घोटाला करने वाले आदमी का कुर्सी से उठकर इस्तकबाल करता है। चीफ जस्टिस ने दुनिया में पाकिस्तान की नाक कटवा दी है।
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान।
इमरान बोले- समर्थक प्रदर्शन के लिए तैयार रहें
इमरान खान ने सोमवार को फिर अपने समर्थकों से प्रदर्शन के लिए तैयार रहने को कहा। खान बोले- सुप्रीम कोर्ट को दबाने की कोशिश की जा रही है। मेरी पार्टी के वर्कर्स को एक बार फिर विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार रहना होगा। मैं जल्द ही इसके लिए तारीख का ऐलान करूंगा।
तीन अहम अपडेट
- पाकिस्तान की संसद ने चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान उमर अता बंदियाल के खिलाफ रेफरेंस प्रपोजल लाने की भी मंजूरी दे दी है। इसके लिए पांच सांसदों की कमेटी बनाई गई है। ये जल्द ही प्रस्ताव तैयार करके कैबिनेट को भेजेगी।
- ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से इमरान की गिरफ्तारी से जुड़ा बड़ा दावा किया गया है। इसके मुताबिक- सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट्स इमरान को लगातार राहत दे रहे हैं। लिहाजा, अब फौज ने खान को आर्मी एक्ट के तहत गिरफ्तार करने का फैसला किया है। अगर ऐसा होता है तो खान के खिलाफ केस फौजी अदालत में चलेगा। जाहिर है, सुप्रीम कोर्ट और उसके अंडर में आने वाली अदालतें इमरान की मदद नहीं कर पाएंगी। सोमवार को आर्मी कोर कमांडर्स की इमरजेंसी मीटिंग में आर्मी एक्ट के इस्तेमाल का फैसला किया गया।
- इमरान सोमवार को पत्नी बुशरा को लेकर लाहौर हाईकोर्ट पहुंचे। इस दौरान पति-पत्नी को सफेद चादर से घेरा गया था। हाईकोर्ट ने महज 4 मिनट की सुनवाई की और बुशरा को 23 मई तक अल कादिर ट्रस्ट स्कैम में प्रोटेक्टिव बेल दे दी।
सोमवार को धरना-प्रदर्शन के पहले जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम के कार्यकर्ता।
26 साल बाद ऐसे हालात
पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन 26 साल बाद हुआ। नवंबर 1997 में PML-N नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट पर हमला किया था। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ एक मामले की सुनवाई चल रही थी।
उस वक्त चीफ जस्टिस सज्जाद अली शाह और राष्ट्रपति फारूक खान लेघारी के साथ विवाद चल रहा था। भीड़ के हमले के चलते न्यायाधीशों को जान बचाने के लिए भागना पड़ा था। डराने-धमकाने के माहौल में अदालत में मामला समाप्त हो गया और अंततः मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति को इस्तीफा देना पड़ा।