भारत में पहली बार टेक कंपनी एपल के दो स्टोर खुलने जा रहे हैं। कंपनी का पहला फ्लैगशिप रिटेल स्टोर मुंबई में 18 अप्रैल को खुलेगा और दूसरा दिल्ली में 20 अप्रैल को ओपन होगा। मुंबई वाला स्टोर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में खोला जाएगा। ये मॉल मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में है। वहीं दूसरा स्टोर दिल्ली के साकेत में खुलेगा। एपल के स्टोर बेहतरीन कस्टमर एक्सपीरियंस देने के लिए जाने जाते हैं।
एपल साकेत के लिए बैरिकेड को आज सुबह रिवील किया गया। इसमें एक यूनीक डिजाइन है जो दिल्ली के कई गेट से इंस्पायर है। वहीं मुंबई के आउटलेट की डिजाइन शहर की आइकॉनिक 'काली-पीली' टैक्सियों से इंस्पायर है। ये 20,000 स्क्वायर से ज्यादा के एरिया में 3 फ्लोर में फैला होगा। इसका हर महीने का किराया 42 लाख रुपए है।
कंपनी ने सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर में छह महीने का किराया 2.52 करोड़ रुपए का जमा किया है। इसमें हर 3 साल में 15% की बढ़ोतरी की जाएगी। इन स्टोर्स के ओपन होने के बाद कंपनी के कई प्रोडक्ट्स और सर्विसेज एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेंगी। स्टोर में ग्राहक अपने एपल डिवाइसेज एक्सचेंज कर सकेंगे। उन्हें 'जीनियस बार' का ऑप्शन भी मिलेगा। इसमें एक्सपर्ट सर्विस और सपोर्ट दिया जाता है। स्टोर ओपनिंग के लिए एपल के CEO टिम कुक भारत आ सकते हैं।
टिम कुक ने 2020 में की थी स्टोर की घोषणा
कोविड-19 महामारी के कारण भारत में एपल स्टोर्स के लॉन्च में देरी हुई है। 2020 में एपल की ऐनुअल शेयरहोल्डर्स मीटिंग के दौरान CEO टिम कुक ने कहा था कि वे नहीं चाहते कि भारत में 'कोई और हमारे लिए ब्रांड चलाए।' लेकिन 2021 में स्टोर खोलने का एपल का प्लान महामारी के कारण पटरी से उतर गया था।
2020 में एपल के CEO ने भारत में अपना स्टोर खोलने की घोषणा की थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ये टलता चला गया।
बेहतरीन कस्टमर एक्सपीरियंस देने के लिए फेमस
सालों से एपल के रिटेल पार्टनर बड़े और छोटे भारतीय शहरों में थर्ड-पार्टी स्टोर चला रहे हैं, लेकिन वैसा एक्पीरियंस नहीं दे पा रहे जैसा कि न्यूयॉर्क के 5th एवेन्यू, लंदन की रीजेंट स्ट्रीट या सिंगापुर के मरीना बे में मिलता है। एपल के स्टोर दुनिया के कुछ सबसे सक्सेसफुल रिटेल आउटलेट हैं और बेहद फायदेमंद हैं।
एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने 2001 में वर्जीनिया में पहला एपल स्टोर खोला था। तब कई लोगों ने उनके फेल होने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन कंपनी के स्टोर खोलने की रणनीति बेहद सफल रही। एपल के अब 500 से ज्यादा रिटेल स्टोर हैं, जिनमें से ज्यादातर अमेरिका में हैं, इसके बाद चीन का नंबर है।
एपल स्टोर के पास 22 ब्रांड की नो-एंट्री
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में एपल के स्टोर के आस-पास 22 कंपीटीटर्स ब्रांड्स न तो अपना स्टोर खोल सकते हैं और न ही एडवर्टाइजमेंट कर सकेंगे। ये एग्रीमेंट का हिस्सा है। इनमें अमेजन, फेसबुक, गूगल, एलजी, माइक्रोसॉफ्ट, सोनी, ट्विटर, बोस और डेल जैसे ब्रांड शामिल है।
भारत सरकार की PLI स्कीम का हिस्सा एपल
एपल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर भारत सरकार की 41,000 करोड़ रुपए की प्रोडक्शन-लिंक्ड इन्सेंटिव स्कीम (PLI) का हिस्सा हैं। इस स्कीम के बाद ही भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग में तेजी आई है। 2020 में भारत सरकार ने PLI Scheme को लॉन्च किया था। इस स्कीम से बाहर के देशों की कंपनीज को मौका मिलता है कि वो लोकल मैन्युफैक्चरिंग का फायदा उठा सकें, साथ ही उस पर इन्सेंटिव भी कमा सकें।
जियोपॉलिटिकल टेंशन और कोरोना महामारी के बाद एपल ने चीन पर अपनी निर्भरता कम करते हुए भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाई है
भारत में 2017 से बन रहे आईफोन
एपल ने 2017 में आईफोन SE के साथ भारत में आईफोन्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू की थी। इसके तीन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (ईएमएस) पार्टनर- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन हैं। आईफोन SE के बाद भारत में आईफोन 11, आईफोन 12, आईफोन 13 और आईफोन 14 की मैन्युफैक्चरिंग भी की गई। फॉक्सकॉन का प्लांट चेन्नई के पास श्रीपेरंबदूर में है।
आईफोन के फैक्ट्री से स्टोर पहुंचने की कहानी
कैलिफोर्निया के कूपरटिनो सिटी की एक बिल्डिंग में एक प्रोजेक्ट पर काम चल रहा था। इसका नाम था 'प्रोजेक्ट पर्पल'। इस प्रोजेक्ट के लिए जब लोगों को हायर किया जा रहा था तब शर्त रखी गई कि टीम को दिन-रात काम करना होगा। टीम के किसी भी सदस्य को उस बिल्डिंग से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...