साउथ कोरिया और जापान में कोरोना से हालात लगातार खराब हो रहे हैं। इस बीच चीन ने उनके नागरिकों के लिए शॉर्ट टर्म वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है। इस फैसले को चीन के बदले के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, दोनों देशों ने चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण वहां के यात्रियों पर प्रतिबंध लगाए हुए हैं।
इधर, कोरोना के खतरे के बीच भारत सरकार आज कोवोवैक्स को कोरोना की बूस्टर डोज के रूप में मंजूरी दे सकती है। जानकारी के मुताबिक, यह बूस्टर डोज उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड या कोवैक्सिन की दोनों डोज लग चुकी है।
चीन में भारतीय दवाओं की डिमांड बढ़ गई है।
पहले जानिए भारत में क्या है कोरोना की स्थिति...
एक्सपर्ट बोले- भारत में वायरस, लेकिन फैलने की तीव्रता कम
भारत में कोविड वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत में हम जो ओमिक्रॉन वैरिएंट देख रहे हैं, उसे दुनिया के किसी भी हिस्से में भी देखा जा सकता है। हमें घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन हमें यूरोपीय, उत्तरी अमेरिकी और पूर्वी एशियाई देशों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।
डॉ. अरोड़ा ने कहा कि भारत में वायरस ज्यादा है, लेकिन इसके फैलने की तीव्रता कम है। अरोड़ा के मुताबिक, देश में जीनोमिक निगरानी बढ़ा दी गई है और एयरपोर्ट्स पर यात्रियों की स्क्रीनिंग भी तेज कर दी गई है। सीवेज के पानी की जांच भीकी जा रही है। हमें आने वाले हफ्ते में कोई नया वैरिएंट आने की संभावना नहीं दिख रही है।
देश में कोरोना के 2,319 एक्टिव केस
मंगलवार के डेटा के अनुसार, भारत में कोरोना के 121 नए मामले सामने आए। वहीं, एक मरीज की मौत हुई। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 2,319 एक्टिव केस हैं। कोरोना के शुरुआती दौर से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
अब जानिए दुनिया में कोरोना की क्या स्थिति है...
फाइजर चीन को नहीं देगा कोरोना की दवा का लाइसेंस
फाइजर कंपनी ने चीन को कोरोना की दवा के लिए लाइसेंस देने से मना कर दिया है। सोमवार को कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव एलबर्ट बुर्ला ने कहा कि वो चीन को कोरोना की दवा पैक्सोलोविड बनाने के लिए लाइसेंस नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि चीन के साथ कोरोना के दवा की कीमत को लेकर डील नहीं हो पाई। चीन अल साल्वाडोर जैसे देश से भी कम कीमत पर दवा लेना चाहता था।
दुनिया में कोरोना से जुड़े अब तक के अपडेट्स...
- जर्मनी, बेल्जियम और लक्जमबर्ग ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि अगर जरूरी नहीं है तो लोग कुछ समय के लिए चीन न जाएं। जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने इस एडवाइजरी के पीछे चीन में आने वाले कोरोना पीक को बताया है।
- चीन में लूनर न्यू ईयर 21 जनवरी से शुरू हो जाएगा। ऐसे में अगले 40 दिन में देश में 200 करोड़ लोगों के आने-जाने की संभावना है। शंघाई के पुडौंग और हांगकियाओ एयरपोर्ट से 65 लाख लोगों के आने-जाने की संभावना जताई जा रही है। दोनों एयरपोर्ट्स से 66 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स का संचालन होगा।
- पुडौंग एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स और पैसेंजर्स की संख्या जनवरी में 42% ज्यादा रहेगी। यहां हर दिन करीब एक हजार फ्लाइट्स लैंडिग और टेक-ऑफ करेंगी। यानी हर दिन करीब 84 हजार लोग ट्रैवल करेंगे। इधर, हांगकियाओ एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स और पैसेंजर्स की संख्या जनवरी में 46% ज्यादा रहेगी।
पिछले 2 दिनों में जापान में कोरोना के मामलों में कमी आई
जापान: गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ी
जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 जनवरी को 75,504 मामले सामने आए। साथ ही गंभीर लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या सोमवार के मुकाबले मंगलवार को बढ़ी है। मंगलवार को 656 नए लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इसके पहले एक्सपर्ट्स ने वॉर्निंग जारी की थी। उनका कहना है कि जापान में 15 जनवरी के बाद कोरोना के मामलों में उछाल आ सकता है।
अमेरिका: XBB.1.5 वैरिएंट के मामले बढ़े
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने बताया कि XBB.1.5 वैरिएंट के केसेस बढ़ते ही जा रहे हैं। उत्तर-पूर्वी राज्यों में XBB.1.5 वैरिएंट के 72% मामले हैं। वहीं पूरे देश में इसके 28% केसेस हैं। यह वैरिएंट सबसे पहले न्यूयॉर्क में पाया गया था।
दुनिया में 66 करोड़ 93 लाख से ज्यादा मामले
worldometer के मुताबिक, दुनिया के 64 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक चुके हैं।
कोरोना worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 66 करोड़ 93 लाख 32 हजार 725 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 17 हजार 570 मौतें हो चुकी हैं।
इन देशों ने चीन के यात्रियों पर लगाया प्रतिबंध
चीन से आने वाले यात्रियों पर स्वीडन, जर्मनी, मलेशिया, कतर, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मोरक्को, फ्रांस, ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जापान, इजराइल, भारत, इटली और साउथ कोरिया ने प्रतिबंध लगाए हैं। यहां चीन से आने वाले यात्रियों को नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी होगी। मोरक्को ने तो चीन के यात्रियों को बैन ही कर दिया है। ताइवान ने भी चीन से आने वालों के लिए कोविड टेस्टिंग कंपलसरी की है। पाकिस्तान और फिलीपींस भी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। थाईलैंड और न्यूजीलैंड ने कोई भी प्रतिबंध लगाने से मना कर दिया है।
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