पाकिस्तान में पिछले साल जनवरी में प्याज की कीमत 36 रुपए किलो थी, जो इस साल करीब 6 गुना बढ़कर 220 रुपए हो गई है। जनवरी 2022 में 13% की दर से बढ़ रही महंगाई, इस वक्त 25% की रफ्तार से बढ़ रही है। विदेशी मुद्रा भंडार 8 साल में सबसे कम बचा है। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया निचले स्तर पर चला गया है। पाकिस्तान के ऊपर कर्ज का बोझ GDP का 78% हो गया है।
भास्कर एक्सप्लेनर में जानिए पाकिस्तान की बदहाली की पूरी कहानी, 5 आसान ग्राफिक्स में…
पाकिस्तान में खाने-पीने और दूसरी चीजों की कीमत बढ़ने की 4 बड़ी वजहें हैं…
- पाकिस्तान में पिछले 9 महीने से राजनीतिक अस्थिरता है। इसका असर देश की इकोनॉमी पर पड़ा है।
- जून 2022 से सितंबर 2022 के बीच आई बाढ़ ने देश के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया। इससे 1.5 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए। इससे देश को 12.5 अरब डॉलर का नुकसान हुआ।
- आर्थिक घाटा बढ़ने के साथ पाकिस्तानी रुपए की कीमत में भारी गिरावट आई है। पाकिस्तानी रुपया दिसंबर 2020 में एक डॉलर के मुकाबले 160.1 रुपए था, दिसंबर 2022 में कमजोर होकर 224.8 रुपए हो गया।
- दुनिया भर में तेल और अन्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं। पाकिस्तान अपनी जरूरत के ज्यादातर सामान विदेश से आयात करता है। यही वजह है कि यहां पाम ऑयल, दवाएं और खाने-पीने की चीजों के दाम भी बढ़े हैं।
ग्राफिक्स: हर्ष साहनी, अंकित
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