अलवर जिले के बहरोड़ थाना इलाके के गांव मोहम्मदपुर गांव में गैंगवार में फायरिंग हो गई। इलाके में दो गैंग सक्रिय हैं। देवेंद्र उर्फ किलर गैंग और सत्तन गैंग। किलर गैंग के 3 बदमाश मंगलवार शाम 4 बजे सत्तन गुर्जर को निशाना बनाने आए थे।
डीएसपी आनंद राव ने बताया कि मंगलवार शाम 4 बजे बजे दो बाइकों पर सवार होकर आए 3 बदमाश मोहम्मदपुर गांव में आए। उनका निशाना गांव की सरंपच राजबाला देवी का देवर सत्तन गुर्जर था। सत्तन गुर्जर पर 13 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने बताया सत्तन और आरोपियों के बीच गैंग की दुश्मनी थी। सत्तन उस वक्त गांव में एक सैलून पर था, वह बाल कटवा रहा था। सैलून पर एक अन्य युवक पवन भी मौजूद था। इस दौरान बदमाशों ने सत्तन पर फायर कर दिया।
बदमाश का निशाना चूक गया। सत्तन तो बच गया लेकिन गोली पवन के हाथ में जा लगी। हालांकि पवन की जान बच गई। लेकिन गोली की आवाज सुनकर और पवन को घायल देखकर ग्रामीण मुस्तैद हो गए। उन्होंने बदमाशों की घेराबंदी कर दी। इस दौरान दोनों बाइकों पर सवार बदमाश भाग निकले। ग्रामीणों ने उनका पीछा किया। एक बदमाश खेत में भागते नजर आया तो उसे ग्रामीणों ने दबोच लिया।
इलाज के दौरान तोड़ा दम
ग्रामीणों ने बदमाश को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। बहरोड़ पुलिस को इसकी सूचना मिली तो डीएसपी आनन्द राव मौके पर पहुंचे। इसके बाद घायल को बहरोड़ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां से उसे अलवर रेफर कर दिया गया। मंगलवार रात 12 बजे इलाज के दौरान घायल ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान आदर्श नगर टोंक निवासी जितेंद्र सिंह नरूका के रूप में हुई है।
फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। बुधवार दोपहर 3 बजे भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार गांव मोहम्मदपुर पहुंचे। जहां उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया। इसके बाद मॉर्च्युरी पहुंचकर शव देखा। इसके बाद एसपी और डीएसपी भिवाड़ी रवाना हो गए।
फायरिंग में किलर गैंग के देवेंद्र का हाथ होने का शक
मंगलवार को हुई फायरिंग में सामने आया है कि गोली चलाने वाले बदमाश किलर गैंग के गुर्गे थे। गैंग को देवेन्द्र उर्फ किलर लीड करता है। देवेंद्र की सत्तन गुर्जर से दुश्मनी थी। वह उसे रास्ते से हटाना चाहता था।
मोहम्मदपुर सरंपच का देवर है सत्तन
डीएसपी आनंद राव ने बताया कि सत्तन गुर्जर मोहम्मदपुर सरंपच राजबाला देवी का देवर है। गांव में सत्तन गुर्जर और देवेन्द्र उर्फ किलर की गैंग का खौफ था। सत्तन के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में 13 मामले दर्ज हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, डकैती, मारपीट और लूट सहित आर्म्स एक्ट में मामले दर्ज हैं। सत्तन गुर्जर के खिलाफ पहला मामला साल 2016 में दर्ज हुआ था। उस पर 5 साल में एक दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हुए। उधर देवेन्द्र उर्फ किलर के खिलाफ 4 मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ वर्ष 2018 में पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। उसके खिलाफ भी मारपीट एवं जानलेवा हमला करने के मामले दर्ज हैं।
पिटाई का बदला लेना चाहता था देवेंद्र
डीएसपी आनंद राव ने बताया कि 5 साल पहले सत्तन गुर्जर ने देवेंद्र उर्फ किलर को अपनी कार में बैठाकर बेरहमी से पीटा था। देवेंद्र के हाथ पैर तोड़ दिए थे। मुश्किल से उसकी जान बची थी। सत्तन से बदला लेने के लिए देवेंद्र ने अपनी गैंग बना ली। वह मारपीट का बदला लेने के साथ-साथ इलाके में अपना वर्चस्व जमाना चाहता था। इसी को लेकर उसने मंगलवार को सत्तन पर फायरिंग करवा दी।