राजस्थान समिट 24 व 25 जनवरी को होना था लेकिन कोरोना की वजह से स्थगित हो गया। अब यह 7 व 8 अक्टूबर को प्रस्तावित है। मगर इससे पहले ही कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। राजस्थान समिट से पहले 25 जिलों में 10.45 लाख करोड़ रुपए का निवेश दिखाया गया है। बताया गया कि, 1278 करोड़ वाले 129 प्रोजेक्ट का काम भी शुरू हो गया है। मगर भास्कर पड़ताल में हकीकत कुछ अलग नजर आई।
टीम ने 10 जिलों का दौरा किया तो दावों की पोल खुल गई। सामने आया कि सिर्फ 6 जिलों में 10,153 करोड़ रुपए का निवेश समिट से पहले चल रहा है। सिर्फ आंकड़े बढ़ाने के लिए नए निवेश में दिखा दिया गया है।
पाली में 100 करोड़ का जेडएलडी में निवेश होना बताया गया है। उसका 95 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बांसवाड़ा में जो दुकानें बनकर बिक चुकी हैं। एमओयू में वहां अब कॉमर्शियल सेंटर बनना है। यहां 1272 करोड़ का एमओयू-567 करोड़ के काम पहले से ही चल रहे हैं। इनमें से 120 करोड़ के काम तो 2 साल पहले ही पूरे हो चुके हैं।
कंपनियों के नाम पर जबरन निवेश दिखाया
चित्तौड़गढ़ में तीन हजार करोड़ के प्लान पाइप लाइन में हैं। बालोतरा में तो 10 साल पुरानी संदीप चौपड़ा टेक्सटाइल के नाम से 4 करोड़ का निवेश करने का प्लान दिखाया है, लेकिन महीपाल सिंह, ओमकार, माधुराम, अक्षय प्रिंट सहित कई कंपनियों का कहना है कि उनके नाम पर जबरन निवेश दिखाया गया है। भीलवाड़ा में 11 हजार करोड़ के एमओयू में 6 हजार करोड़ के काम पहले से चल रहे। दो हजार करोड़ का समिट के बाद पूरा हो चुका है।
4192 एमओयू सबसे ज्यादा एनर्जी में निवेश
अब तक की समिट में कुल 4192 एमओयू और एलओआई साइन हुए। एनर्जी के क्षेत्र में 7,94,129 करोड़ के करीब 90 एमओयू व एलओआई किए गए। कैमिकल्स एंड पैट्रोकैमिकल्स में 51,322 करोड़ अदर्स 25,312 करोड़, माइन्स एंड मिनरल्स में 20863 करोड़, टेक्सटाइल्स में 12860 करोड़, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग में 12352 करोड़ और टूरिज्म में 11415 करोड़ के प्रस्ताव आए थे। पैकेजिंग में सिर्फ 569 करोड़ और जेम्स एंड ज्वैलरी में 168 करोड़ के प्रस्ताव मिले हैं।
अकेले भीलवाड़ा में 11 हजार करोड़ के एमओयू
- टेक्सटाइल - 85 यूनिट - 7500 करोड़
- एग्रोफूड प्रोसेसिंग - 20 यूनिट - 875 करोड़
- माइनिंग मिनरल्स - 18 यूनिट - 900 करोड़
- ट्यूरिज्म - 7 यूनिट - 250 करोड़
- मेडिकल 250 करोड़
- अन्य 200 करोड़
टॉप 10 निवेशक, विस्तार कर रहे
कंपनी निवेश रोजगार
- संगम इंडिया 1521 करोड़ 10000
- कंचन इंडिया 360 करोड़ 750
- सुदिवा स्पिनर्स 252 करोड़ 300
- बीएसएल लिमिटेड 155 करोड़ 790
- आरएसडब्यूएम 150 करोड़ 500
- भीलवाड़ा डेयरी 138 करोड़ 5250
- देवकृपा टेक्सटाइल 100 करोड़ 200
- भीलवाड़ा एग्रोफूड पार्क 104 करोड़ 250
- समर्पण सिंथेटिक्स 100 करोड़ 0550
- सुपर गोल्ड सिंथेटिक 75 करोड़ 140
बांसवाड़ा - 6 प्रोजेक्ट 2 साल पहले से चल रहे
काम हो चुका : कुशलबाग मैदान के पास व्यावसायिक कॉम्पलेक्स बना। अधिकांश दुकानों की भी बिक्री हो चुकी। केबी बाजार में 10 करोड़ का निवेश बताकर और 25 रोजगार की उम्मीद जताई है।
दो साल से निर्माण : दाहोद रोड पर कॉमर्शियल सेक्टर में 4.5 करोड़ का इन्वेस्टमेंट करार अभयानंद मार्बल के साथ। प्रोजेक्ट भी शुरू हुए करीब 2 साल समय हो चुका है।
2 में से एक निर्माण पूरा : अभिलाषा बिल्डर्स एवं डेवलपर्स और साकार डेवलपर्स से 28 करोड़ के एमओयू साइन। अभिलाषा डेवलपर्स का प्रोजेक्ट उदयपुर रोड पर पूरा हो चुका। साकार के प्रोजेक्ट में मॉल का काम डेढ़ साल से निर्माणाधीन है।
17 करोड़ का एमओयू : साइन केबी मॉल के नाम पर किया। हकीकत में प्रोजेक्ट ढाई साल से चल रहा है। इस साल इसका काम भी पूरा हो जाएगा।
पाली- पिछले साल 28 दिसंबर को फालना में आयोजित जिला निवेश समिट में जेडएलडी अपग्रेडेशन कार्य में पाली टेक्सटाइल कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट कंपनी का 100 करोड़ का निवेश बताया गया। जबकि जेडएलडी का काम 95 प्रतिशत से ज्यादा हो चुका है। 25 मई से 25 प्रतिशत पानी आरओ प्लांट से मिलना भी शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार पैरवा लेपर्ड डेन पैरवा, चावेरी होटल फालना रोड, ग्रेंड अरावली सादड़ी का कार्य भी समिट से पहले ही शुरू हो चुका था।
नागौर- जिले में कुल 436 निवेशकों ने 2346 करोड़ नया निवेश करना बताया। एमओयू : 133 निवेशकों ने एमओयू कर 968.66 करोड़ का निवेश करना बताया। जिसमें से 231.61 करोड़ के 25 काम अभी शुरू नहीं हुए। 144.24 करोड़ के 45 काम पूर्ण हो चुके। 592.82 करोड़ के 29 कार्य अभी रनिंग स्टेज में हैं।
बाड़मेर- बाड़मेर जिले में इन्वेस्ट समिट में 95 कंपनियों के साथ 3400 करोड़ का एमओयू किया गया है। जिसमें से 200 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट पहले से संचालित हैं इन्हें भी नए एमओयू में दिखा दिया गया है। सबसे ज्यादा रिफायनरी से जुड़े प्रोजेक्ट्स है। करीब 30 से ज्यादा पुराने और रनिंग प्रोजेक्ट हैं।
चित्तौड़गढ़- जिले में 3720 करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए थे। इनमें से 3 हजार करोड़ के पहले से पाइपलाइन में थे। 500 करोड़ के कार्य समिट के बाद पूरे हो चुके हैं।
जैसलमेर- इन्वेस्ट समिट में 73 कंपनियों के साथ 1210 करोड़ का एमओयू किया गया है। जिसमे से 242 करोड़ के प्रोजेक्ट पहले से संचालित है यानी ये पुराने प्रोजेक्ट है। 49 नए प्रोजेक्ट के साथ 958 करोड़ के एमओयू हुए है।