अलवर में एक व्यापारी के बेटे के किडनैप और मर्डर ने पुलिस के क्राइम कंट्रोल के सभी दावों की पोल खोल दी है। हालांकि, पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन्होंने अपना जुर्म भी कबूल किया है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक नाबालिग है। मामला अलवर के गढ़ीसवाईराम कस्बे का है।
मारकर पत्थरों से ही ढक दिया
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हत्या का मुख्य आरोपी हर्ष कुमार मिश्रा (26) पुत्र अशोक कुमार मिश्रा है। गढ़ीसवाईराम के रहने वाले हर्ष ने 6 मई की शाम को साढ़े 5 बजे केशव (15) को उसकी दुकान के पास से बाइक पर बैठाया। हर्ष ने अपने नाबालिग दोस्त के साथ पहले बच्चे को पानी पताशी खिलाई और पताशी वाले को 20 रुपए फोन पे किए।
इसके बाद केशव को बाइक से घर तक छोड़ने की बात कहकर आरोपी उसे जंगल ले गए। वहां ले जाने के बाद बालक घबरा गया और उसने विरोध किया। तब आरोपी को लगा कि मामला खुल जाएगा।
इस कारण पहले उसका गला दबाया और उसके बेहोश होने पर दोनों आरोपियों ने केशव के सिर पर 20-20 किलो के दो पत्थर पटके। केशव के मरने के बाद आरोपियों ने उसे वहीं ठिकाने लगाने के लिए कट्टे से ढक दिया और उस पर पत्थर पटक दिए।
फिरौती मांगने का प्रयास
बालक की हत्या करने के बाद हर्ष ने अपने दोस्त को मैसेज कर कहा कि गोरधन का बेटा केशव हमारे पास है। आप गोरधन को कहो 6 लाख रुपए लेकर आए, नहीं तो बच्चा हाथ से चला जाएगा। जब दोस्त ने टैक्स्ट मैसेज नहीं पढ़े तो उसने फोन किया। सिकंदरा वाले दोस्त ने ऐसा करने से मना कर दिया।
वहीं, हर्ष ने अपने नाबालिग दोस्त को भी बालक के पिता के सही नहीं नंबर नहीं दिए थे। उनकी दुकान पर कोई पुराना नंबर लिखा था। वह दिया था। इस कारण फिरौती का गेम नहीं बैठा। फिर आरोपी अपने नाबालिग दोस्त के साथ घर आ गया।
केशव अपने मां-बाप का इकलौता बेटा था।
पानी पताशी वाले से मिला सुराग
पानी पताशी वाले से पूरी घटना का खुलासा हो सका। वहां के फुटेज में तीन लोग बाइक पर नजर आए। जिनमें एक केशव था। पुलिस ने पड़ताल की तो आरोपी तक पहुंच गए। जिस फोन पे से भुगतान हुआ उसके आधार पर गिरफ्तार कर लिया। सख्ती से पूछा तो पहले उसने झूठी कहानी बताई। गांव के दो अन्य लोगों का नाम बताया। कहा कि वे जंगल में कार लेकर आए थे। यहां से बालक को लेकर गए हैं। पुलिस ने गांव के दो अन्य युवकों से पूछताछ की। उनसे पड़ताल की तो कहानी झूठी निकली।
फिर आरोपी हर्ष से सख्ती से पूछताछ की गई। तब वह पुलिस को जंगल में शव दफनाने वाले जगह पर लेकर गया। इसके बाद पूरी वारदात का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं नाबालिग को निरुद्ध किया गया है। आरोपियों को पैसे की जरूरत थी इसलिए वे कई दिनों से किडनैपिंग के लिए प्लान बना रहे थे।
बच्चे की किडनैपिंग और हत्या के बाद कस्बे के में काफी गुस्सा है। मामले को लेकर दो दिन धरना भी दिया गया।
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