झुंझुनू जिले के गुढ़ागोड़जी में सड़क हादसे में 11 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रोड सेफ्टी को लेकर हाईलेवल बैठक की। सीएम गहलोत ने रोड एक्डेंसीट रोकने के लिए एक्सपर्ट कमेटी बनाने का फैसला किया है। यह कमेटी हाईवे पर एक्सीडेंट रोकने का रोडमैप बनाकर इसे लागू करेगी। सीएम ने अफसरों को रोड एक्सीडेंट रोकने के लिए प्लान बनाने और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के आदेश दिए हैं।
गहलोत ने बैठक में कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में कई बार पूरा परिवार खत्म हो जाता है। इसकी पीड़ा वही महसूस कर सकता है जिसने हादसों में अपने परिजनों को गंवाया हो। सड़क दुर्घटना में होने वाली प्रत्येक मौत विचलित करने वाली होती है। प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल 10 हजार से ज्यादा लोगों की असामयिक मौत होना चिंता का विषय है। हर व्यक्ति की जान को बचाना और सड़क दुर्घटनाएं रोकना राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है।
गहलोत ने कहा कि ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, शराब पीकर वाहन चलाने आदि पर सख्त कार्रवाई की जाए। घटिया हेलमेट की बिक्री पर प्रभावी रोक लगाएं। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस पूरे परीक्षण के बाद ही जारी किया जाए। गहलोत ने प्रदेशवासियों से सड़क सुरक्षा नियमों की पालना करने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन और वाहन चलाने में लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
सड़क हादसों में 21 फीसदी मौतें ओवरस्पीड से
बैठक में गृह विभाग के एसीएस अभय कुमार ने प्रजेंटेशन के जरिए बताया कि साल 2021 में 20 हजार 951 सड़क दुर्घटनाओं में 10 हजार 43 लोगों की मौत हुई। इनमें से 82 प्रतिशत एक्सीडेंट हाई स्पीड से वाहन चलाने पर हुई। पांच प्रतिशत मौतें गलत दिशा में वाहन चलाने,13 प्रतिशत मौतें नशे और मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग के कारण हुईं । बैठक में स्वास्थ्य, परिवहन, पीडब्ल्यूडी और गृह विभाग के मंत्री अफसर मौजूद थे।