सरिस्का के जंगल में लगी भीषण आग 90 घंटे बाद करीब-करीब काबू में है। अब वायु सेना का ऑपरेशन पूरा हो गया। दोनों हेलिकॉप्टर कुछ देर में वापस जाने की तैयारी में हैं। राज्य सरकार के बड़े अफसर प्रमुख सचिव श्रेया ने अलवर आकर पूरी मॉनिटरिंग की। रात को भी अफसरों से जायजा लिया। सुबह भी हेलिकॉप्टर से जंगल का मुआयना कर मॉनिटरिंग की गई है। उसके बाद यह तय हुआ है कि हेलिकॉप्टर वापस भेजे जा सकते हैं। लेकिन, अभी हवा के साथ आग लगने का डर भी है। इस कारण फिजिकल मॉनिटरिंग जारी रहेगी। एडीएम सिटी सुनीता पंकज ने बताया कि वाय सेना का ऑपरेशन पूरा हो गया है। दोनों हेलिकॉप्टर वापस जाने वाले हैं। प्रमुख सचिव श्रेया भी वापस जा चुकी हैं।
20 किमीटर से ज्यादा में आग
असल में 27 मार्च को सरिस्का के जंगल में आग लगी थी। दो दिन व रात में आग करीब 20 किलोमीटर से अधिक आग फैल गई थी। इस कारण दो दिन तक 29 व 30 मार्च को अलवर में सेना के हेलिकॉप्टर से जंगल में पानी बरसाया गया। उससे अधिक आग को बुझाने के बड़ी मदद मिली। इस कारण आग अधिक जंगल में फैलने से रुकी। उसकी का परिणाम है कि 30 मार्च की शाम तक चले ऑपरेशन के बाद आग 80 पर्सेंट से अधिक काबू में थी। कुछ ठूंठ में आग व धुआं थी। जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुबह हेलिकॉप्टर से ऑपरेशन जारी रखने या नहीं रखने का तय हुआ। लेकिन गुरुवार सुबह वायु सेना की टीम ने वापसी जाने की तैयारी कर ली। कुछ देर बाद में वाय सेना के हेलिकॉप्टर वापस रवाना होने वाले हैं।
सरिस्का जंगल में लगी थी भयानक आग।
400 से अधिक लोगों की टीम लगी
आग बुझाने में 400 से अधिक वनकर्मियों की टीम लगी। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणोंने आग बुझाने में मदद की। तब जाकर जंगल की आग को काबू में किया जा सका। जंगल में सूखी खास के कारण आग तेजी से फैले। वैसे सूखे पड़ेे ही आग की चपेट में अधिक आए हैं। हरे पेड़ों को आग से बचाया जा सका है। गांव वालों ने वनकर्मियों की पूरी मदद की। आग बुझाने से लेकर चाय-पानी और खाने तक का इंतजाम भी किया।
करीब 80 हजार लीटर पानी बरसाया
सेना के हेलिकॉप्टर के जरिए दो दिन में करीब 80 हजार लीटर पानी बरसाया गया। जिससे आग पर काबू पाया जा सका है। हेलिकाॅप्टर के पहले दिन 12 राउंड हुए थे। लेकिन अगले दिन 13 से अधिक राउंड हुए। एक राउंड में करीब साढ़े 3 से 4 हजार लीटर के आसपास पानी जाता है। मौटे तौर पर करीब 80 से 85 हजार लीटर पानी का छिड़काव किया गया है।
पहाड़ों की चोरी पर आग बुझाने में हेलिकॉप्टर काम आए।
अधिकारियों की लापरवाही से करोड़ों का नुकसान
सरिस्का के जिम्मेदार अधिकारियों ने आग लगने की घटना को शुरूआत में गंभीरता से नहीं लिया। इस कारण आग फैली। आग लगने के दिन सचिन तेंदुलकर की पत्नी अंजली तेंदुलकर सरिस्का में सफारी करने पहुंची थी। अधिकारी उसकी अगुवाई में लगे रहे। अफसर खुद ही नहीं अपने एक-दो नजदीकी लोगों को भी उनसे मिलवाने को बेताब थे। आग पर कतई ध्यान नहीं दिया। इस कारण रात को आग फैल कर बेकाबू हो गई। इस मामले में को वन मंत्री ने भी लापरवाही माना है। प्रमुख सचिव श्रेया ने भी कहा है कि पहले आग काबू में हो। यह प्राथमिकता है। लापरवाही मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी। पहले दिन आरएन मीणा को एपीओ करने की चर्चा रही। लेकिन बाद में उसके भी कोई आदेश सामने नहीं आए।
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