हाल ही में ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे में सैकड़ों लोग हताहत हुए। इनमें से बहुत कम लोगों ने टिकट के साथ मिलने वाली ट्रैवल एक्सीडेंट इंश्योरेंस सुविधा ली थी। जो लोग ट्रेन, कार या अन्य साधनों से नियमित यात्रा करते हैं या जिनका व्यवसाय दुर्घटना संबंधी जोखिम से जुड़ा है, उन्हें पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी जरूर लेना चाहिए।
पर्सनल एक्सीडेंट पॉलिसी में ये सब कवर
किसी दुर्घटना में पॉलिसीधारक की मृत्यु, स्थायी, अस्थायी या आंशिक विकलांगता होने पर एकमुश्त भुगतान किया जाता है। कुछ कंपनियां बच्चों की पढ़ाई, दुर्घटना के लिए जिम्मेदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का खर्च, विकलांग होने पर आय के नुकसान की भरपाई, अंतिम संस्कार का खर्च जैसे कवर भी मुहैया कराती हैं। कई पॉलिसी में पूर्व-निर्धारित अवधि तक कैश-अलाउंस मिलता है। कई कंपनियां पॉलिसीधारक की ईएमआई का भुगतान भी करती हैं। कुछ बैंक क्रेडिट-डेबिट कार्ड के साथ भी पर्सनल एक्सीडेंट कवर ऑफर करते हैं।
पॉलिसी खरीदने से पहले ये जरूर समझें
पर्सनल एक्सिडेंट पॉलिसी में खुद के द्वारा जानबूझकर लगाई गई चोटें, युद्ध या दंगों के चलते चोटें, सामान्य मौत, पहले से मौजूद या जन्मजात विकलांगता और एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़ी चोटें कवर नहीं होती हैं। इनमें से कुछ के लिए अलग से कवर लेना होता है।
कुछ कंपनियां जोखिम वाले काम करने वालों को कवर नहीं देतीं। शराब या नशीले पदार्थों के सेवन के चलते या किसी कानून का उल्लंघन करते हुए दुर्घटना का शिकार होने पर भी कवर नहीं मिलता है। विदेश यात्रा करने वाले ये सुनिश्चित कर लें कि उनकी पॉलिसी में ग्लोबल कवरेज है।
500 से 2000 में 10 लाख का कवर
किसी 35 वर्षीय व्यक्ति के लिए 10 लाख का सम एश्योर्ड वाला पर्सनल एक्सीडेंट कवर 500-2000 रुपए में मिल सकता है। बेसिक हेल्थ पॉलिसी में एक्सीडेंट राइडर जुड़वाना महंगा पड़ सकता है। इसलिए यदि आप ज्यादा जोखिम वाला काम करते हैं या फ्रीक्वेंट ट्रैवलर हैं तो आपको अलग से पर्सनल एक्सिडेंट पॉलिसी लेना चाहिए।