कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) इन दिनों सुर्खियों में है। ज्यादा पेंशन पाने के लिए अब आप इसमें योगदान बढ़वा सकते हैं। एडिशनल अमाउंट PF में एम्प्लॉयर के कॉन्ट्रिब्यूशन से काटा जाएगा, लेकिन क्या वास्तव में इसके लिए 3 मार्च तक आवेदन करना आपके लिए फायदेमंद होगा? आइए समझते हैं...
PF के मुकाबले कर्मचारी पेंशन योजना पर ज्यादा फोकस क्यों?
इसलिए कि EPF में आपके और एम्प्लॉयर के योगदान से जमा फंड रिटायर होने के बाद ब्याज समेत आपको मिल जाता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की जिम्मेदारी यहीं खत्म हो जाती है। लेकिन ईपीएस के मामले में ऐसा नहीं होता।
ईपीएफओ आपको तब तक पेंशन देगा, जब तक आप जीवित रहेंगे। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता EPS में जमा अमाउंट इसके लिए पर्याप्त है या नहीं। आपकी मौत के बाद भी जीवनसाथी को 50% पेंशन मिलेगी। उनके जीवित न रहने के बाद आपका बच्चा भी 25 की उम्र तक 25% पेंशन का हकदार होगा।
ज्यादा पेंशन के लिए आवेदन करने का क्या असर होगा?
अभी 15,000 रुपए की सीमा तक आपके वेतन का 8.33% के बराबर एम्प्लॉयर पेंशन फंड में डालता है। बाकी 3.67% उसका योगदान पीएफ में होता है। यदि आपने ज्यादा पेंशन के लिए आवेदन किया तो पीएफ में एम्प्लॉयर के योगदान का आधा हिस्सा पेंशन फंड में जाएगा। यानी पीएफ में एम्प्लॉयर का योगदान घटकर 1.835% रह जाएगा।
ऊंची पेंशन की डिमांड का फैसला कब नुकसानदेह साबित हो सकता है?
वैसे लोग, जिनकी नौकरी के कम साल बचे हैं, उन्हें पीएफ के चक्रवृद्धि ब्याज के तौर पर बड़ा नुकसान हो सकता है। जिनकी सैलरी में साल-दर-साल ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हो रही, उन्हें भी अधिक पेंशन के लिए आवेदन के ज्यादा फायदे की संभावना नहीं है। इसके अलावा ज्यादा टैक्स स्लैब वाले लोगों के लिए भी ईपीएस से ज्यादा पेंशन का विकल्प न चुनना बेहतर हो सकता है।
कौन आवेदन कर सकता है?
वैसे कर्मचारी, जिनकी बेसिक सैलरी और डीए 15,000 रुपए से कम है, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा जो कर्मचारी 1 सितंबर 2014 या उससे पहले ईपीएफ के सब्सक्राइबर थे, वे भी आवेदन कर सकते हैं।
कैसे करना है आवेदन?
यदि आप ज्यादा पेंशन चाहते हैं तो आपको एम्प्लॉयर द्वारा उपलब्ध कराए गए ऑप्शन एप्लीकेशन या ऑप्शन फॉर्म भरना होगा।
ज्यादा पेंशन के लिए आवेदन कितना सही?
ज्यादा पेंशन मोटे तौर पर फायदेमंद है। खास तौर पर इसलिए कि अब लोग पहले से ज्यादा लंबे समय तक जीवित रहते हैं। यदि आप रिटायर होने के साथ बतौर पीएफ ज्यादा मोटी रकम चाहते हैं तो हो सकता है कि उसके निवेश से उतनी आय न हो, जितनी आपको लंबे समय तक जरूरत होगी।