मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल और महाराष्ट्र समेत देश के 25 से ज्यादा राज्यों में बारिश हो रही है। मुंबई के पालघर के वसई इलाके में बुधवार को लैंडस्लाइड में कई लोगों के दबे होने की खबर है। मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी मे लो-प्रेशर बना हुआ है। जिसकी वजह से अगले चार दिन तक छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है।
बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित गुजरात और महाराष्ट्र है। मंगलवार को पूरे देश में 289 मिमी बारिश हुई। देश के कई जिले ऐसे हैं जो अभी भी अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, देश में अब तक औसत से 9% अधिक बारिश हो चुकी है।
ठाणे के दिवा इलाके में बारिश के चलते पानी भर गया। सड़क नहीं देख पाने के कारण एक शख्स कार सहित फंस गया। बाद में उसे स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू किया।
महाराष्ट्र: वसई में लैंडस्लाइड, कई लोग दबे
मुंबई के पास पालघर के वसई में बुधवार सुबह लैंडस्लाइड हुआ। कई लोग दब गए। एनडीआरएफ की टीम ने अब तक दो लोगों को जिंदा निकाला है, जबकि तीन लोग अब भी फंसे बताए जा रहे हैं। एक घर को नुकसान पहुंचा है। किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं है।
पालघर जिले के वसई इलाके में लैंडस्लाइड में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में दो लोगों को बचाया गया।
पिछले 24 घंटे: महाराष्ट्र में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई। बाढ़ वाले स्थानों से 95 लोगों को निकाला गया। आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि एनडीआरएफ की 13 टीमों और एसडीआरएफ की 3 टीमों को राज्य के संवेदनशील जिलों में तैनात किया गया है।
अगले 24 घंटे: मौसम विभाग के मुताबिक आज दोपहर 1 बजे तक मुंबई, कल्याण, ठाणे और नवी मुंबई में बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा नासिक, पालघर और पुणे जिलों के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
गुजरात: राजकोट में स्कूल कॉलेज बंद, वलसाड में 2 हजार लोग प्रभावित
गुजरात में कई गांवों का संपर्क टूट गया है, जिसके बाद अधिकारियों को लोगों को बचाने के लिए हेलिकॉप्टर तैनात करने पड़े हैं। बाढ़ से अब तक 69 लोगों की जान जा चुकी है। लोगों को बचाने के लिए NDRF की टीमें काम कर रही हैं। दो दिन में 2000 से अधिक लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों से निकाला गया है। राजकोट में बुधवार को भी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का फैसला किया गया है।
यह फोटो नवसारी की हैं। जगह-जगह पानी भर जाने से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।
पिछले 24 घंटे: राज्य के 15 तहसीलों में 8 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई है। नर्मदा जिले के दडियापाड़ा में सबसे अधिक 22 इंच बारिश हुई। कच्छ जोन में सबसे ज्यादा 75%, दक्षिण गुजरात जोन में 52%, सौराष्ट्र में 43%, पूर्वी गुजरात में 35% और उत्तरी गुजरात में 23% बारिश रिकॉर्ड की गई।
अगले 24 घंटे: राज्य में सूरत सहित छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरूच, सूरत, डांग, तापी, नवसारी और वलसाड में भारी बारिश जबकि खेडा, आणंद, पंचमहाल, दाहोद, वडोदरा, दमण, अमरेली, भावनगर, मोरबी, कच्छ में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राजकोट में बारिश के मद्देनजर स्कूल-कॉलेज बंद किए गए।
मध्य प्रदेश: छिंदवाड़ा-नागपुर ट्रैक 5 घंटे बंद रहा
यह फोटो छिंदवाड़ा-नागपुर रेलवे ट्रैक की है। मंगलवार को भारी बारिश के चलते ट्रैक को नुकसान पहुंचा।
पिछले 24 घंटे: मंगलवार को राजधानी भोपाल सहित राज्य के कई जिलों में भारी बारिश हुई। हालांकि, भोपाल में मंगलवार को सुबह हुई बारिश के बाद थोड़ी देर के लिए धूप भी निकली, लेकिन शाम होते-होते फिर बारिश शुरू हो गई। इंदौर में अब तक 10 इंच बारिश हो चुकी है।
अगले 24 घंटे: मौसम विभाग ने भोपाल समेत राज्य के 33 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इंदौर में बुधवार को भी बादल छाए रहेंगे, लेकिन तेज बारिश के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग के मुताबिक यहां 14 जुलाई से तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो 17,18 जुलाई तक जारी रहेगा।
अब तक 9% अधिक भीगा देश, लेकिन 32 करोड़ आबादी वाले 85 जिले तरस
मौसम विभाग के अनुसार जून से अब तक देश में औसत से 9% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। मंगलवार तक देश के औसत 266 मिलीमीटर बारिश के मुकाबले 289 मिमी बारिश दर्ज की गई। लेकिन देश में जून के बाद से बारिश का असमान पैटर्न भी सामने आया है। देश के लगभग 85 जिले अच्छी बारिश के लिए तरस रहे हें।
लगभग 32 करोड़ की आबादी वाले इन जिलों में अपर्याप्त बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में सर्वाधिक लगभग 42 जिले उत्तरप्रदेश के हैं। तमिलनाडु के लगभग 12 जिलों में अभी पर्याप्त बारिश नहीं हुई है। देश के उत्तर पश्चिमी क्षेत्राें में बारिश की कमी है। इनमें राजस्थान के पश्चिमी जिले शामिल हैं।
देश में बारिश की स्थिति को मैप के जरिए समझे