1 फरवरी को आए आम बजट में रेलवे के लिए 1.40 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। उत्तर-पश्चिम रेलवे को पिछले साल से 400 करोड़ रुपए ज्यादा फंड मिला है। फिलहाल अभी ये तय नहीं है कि किस प्रोजेक्ट को कितना फंड मिलेगा। हालांकि ये तय है कि नई लाइनें डाली जाएंगी और ट्रैक डबलिंग की जाएगी। दूसरी ओर, दोहरीकरण और विद्युतीकरण के मामले में उत्तर-पश्चिम रेलवे में काफी काम हो चुका है।
मीटरगेज रेल लाइनों का नेटवर्क अब हटाया जा चुका है और सभी जगह ब्रॉडगेज लाइनें बिछा दी गई हैं। वर्ष 2023 तक उत्तर-पश्चिम रेलवे के पूरे रेल नेटवर्क को इलेक्ट्रिफाइड करने का टारगेट रखा गया है। लेकिन एक कमी जो पिछले कुछ वर्षों में रही है, वह है रेलवे प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा नहीं कर पाना। उत्तर-पश्चिम रेलवे में आने वाला प्रदेश का टोंक एकमात्र ऐसा जिला है, जो आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के बाद भी रेल पटरियों से महरूम है।
रेलवे के प्रोजेक्ट्स की प्रगति को लेकर पूर्व वरिष्ठ उप महाप्रबंधक डॉ. किशनलाल इनखिया कहते हैं कि प्रमुख रेल मार्गों का दोहरीकरण हो रहा है। इससे क्रॉसिंग की समस्या खत्म हुई है और समय की भी बचत हुई है। दिल्ली-अहमदाबाद रेल मार्ग का कार्य पूरा हो चुका है और जयपुर-जोधपुर मार्ग का दोहरीकरण चल रहा है।
ये मिला राजस्थान को
- 6724 करोड़ रुपए का फंड किया गया स्वीकृत
- पिछले वर्ष के 4672 करोड़ से 44 फीसदी ज्यादा
- रेल विद्युतीकरण परियोजनाओं के लिए 1198 करोड़
- नई लाइन : 170 करोड़
- गेज कन्वर्जन : 103 करोड़
- दोहरीकरण : 173 करोड़
- सिग्नलिंग : 117 करोड़
- ट्रैक रिन्यूअल : 195 करोड़
- खातीपुरा स्टेशन को 33.5 करोड़
- दौसा-गंगापुर सिटी नई रेल लाइन निर्माण के लिए 114 करोड़
- बांगड़ग्राम-रास नई रेल लाइन के लिए 6 करोड़ रुपए
- गुढ़ा-थथाना मीठड़ी पर रोलिंग स्टॉक के परीक्षण ट्रैक के लिए 50 करोड़
- मावली-बड़ी सादड़ी व नाथद्वारा-नाथद्वारा टाउन आमान परिवर्तन के लिए 85 करोड़
- जयपुर-रींगस-चूरू व सीकर-लोहारू आमान परिवर्तन कार्य के लिए 9 करोड़
- सूरतपुरा-हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर आमान परिवर्तन के लिए 9 करोड़
- अजमेर-बांगड़ग्राम दोहरीकरण के लिए 11 करोड़ की राशि स्वीकृत
- फुलेरा-डेगाना दोहरीकरण के लिए 278 करोड़ की राशि
- डेगाना-राई का बाग दोहरीकरण के लिए 294 करोड़ रुपए
- जेनाल-भीलड़ी में नया ब्लॉक स्टेशन बनाने पर खर्च होंगे 10 करोड़
- रेवाड़ी-सादुलपुर बाईपास लाइन के निर्माण के लिए 4.30 करोड़ रुपए