उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव रहे अनूप चंद्र पांडेय देश के नए इलेक्शन कमिश्नर होंगे। अनूप चंद्र 1984 बैच के IAS ऑफिसर हैं। फरवरी 2019 में ही वह रिटायर हुए थे, हालांकि योगी सरकार ने उनका कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था। वह उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्य सचिव भी रह चुके हैं।
12 फरवरी को पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर सुनील अरोरा के रिटायर होने के बाद से 3 सदस्यीय कमिशन में एक पद खाली था। अरोरा के बाद फिलहाल सुशील चंद्रा चीफ इलेक्शन कमिश्नर हैं। जबकि राजीव कुमार इलेक्शन कमिश्नर काम देख रहे हैं। अनूप चंद्र पांडेय की नियुक्ति के बाद तीनों पद भर गए हैं।
6 महीने का मिला था सेवा विस्तार
मुख्य सचिव रहते हुए अनूप चंद्र पांडेय ने कई अहम कामों में योगदान दिया था। 2018 फरवरी में लखनऊ में हुए इंवेस्टर्स समिट कराने में अनूपचंद्र पांडेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। साथ ही किसानों की कर्जमाफी और कई दूसरी बड़ी योजनाओं को पूरा करने में भी इनका रोल रहा। योगी सरकार में उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार भी मिला था। अनूप चंद्र पांडे पांडेय का जन्म 15 फरवरी 1959 को चंडीगढ़ में हुआ था। पांडेय ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग के साथ मैटीरियल मैनेजमेंट में भी MBA किया हुआ है।
अगले लोकसभा चुनाव से पहले तक होगा कार्यकाल
इलेक्शन कमिशन के नियमों के मुताबिक, 62 साल के पांडेय का कार्यकाल अगले 3 साल का होगा। मार्च 2024 में लोकसभा चुनाव की भी घोषणा हो जाती है। हालांकि, वे फरवरी 2024 में 65 साल की उम्र में कार्यकाल पूरा कर लेंगे। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में चुनाव होने पर चुनाव आयोग के पास तीन सदस्यों की पूरी टीम होगी।