नागौर में एक मार्बल व्यापारी पर बदमाशों ने बीच रास्ते फायरिंग की दी। दो राउंड फायर के बाद व्यापारी इतना डर गया कि गाड़ी लेकर सीधा घर की तरफ भागा। यहां पहुंच पुलिस घरवालों को घटना के बारे में बताया तो पुलिस को सूचना दी। फायरिंग के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए, वहीं अभी तक बदमाशों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। मामला जिले के मकराना थाना माताभर रोड में शाम 6 बजे की है। फायरिंग की घटना में एक गोली कार के पीछे नंबर प्लेट की तरफ लग गई थी।
फैक्ट्री से घर जा रहा था व्यापारी
घटना को लेकर माताभर रोड निवासी व्यापारी भंवरलाल किरड़ोलिया (58) पुत्र हरदीनराम ने बुधवार रात 9:30 बजे मकराना पुलिस थाना में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में व्यापारी ने बताया कि वह बुधवार 4 जनवरी को शाम 5:45 बजे बोरावड़ रोड स्थित अपनी फैक्ट्री से इनोवा कार में घर की तरफ निकला था। वह खुद कार ड्राइव कर रहे थे। शाम करीब छह बजे वह जैसे ही जाखली बाइपास चौराहा से निकले,तो पीछे से गोली चली। जिसकी आवाज सुनकर साइड ग्लास में पीछे की तरफ देखा तो कार से 50 फीट की दूरी पर दूसरी कार चल रही थी। इसी दौरान उसमें से एक बदमाश ने एक और फायर किया। जिसकी गोली उसकी इनोवा कार के पीछे नंबर प्लेट की तरफ लगी।
घटना के बाद व्यापारी गाड़ी लेकर सीधा घर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने कार को देखा तो नंबर प्लेट पर गोली का सुराख था।
व्यापारी गाड़ी लेकर पहुंचा सीधा घर
फायर की आवाज से व्यापारी काफी डर गया और कार को दौड़ाता हुआ घर पर पहुंचा। इस दौरान पीछे चल रही गाड़ी तेज गति से माताभर के रास्ते चली गई। भंवरलाल घर पहुंचकर गाड़ी के पीछे देखा तो नंबर प्लेट के पास गोली का सुराग हो रखा था। उन्होंने पुलिस को बताया कि अज्ञात बदमाशों ने उसे जान से मारने की नियत से गाड़ी पर गोलियां चलाई है। पुलिस ने इस बारे में देर रात को मामला दर्ज कर लिया और क्षेत्र में नाकाबंदी करवाई।
पुलिस ने कराई नाकाबंदी
कार्यवाहक थाना प्रभारी मिट्ठूलाल ने बताया कि मामले में जांच कर रहे हैं । गोली चली उस घटनास्थल का मौका मुआयना किया है तथा नाकाबंदी करवाई है। उधर व्यापारी भंवरलाल पर अज्ञात बदमाशों ने किस कारण से गोली चलाई इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है।
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अब भ्रष्ट अफसरों का चेहरा नहीं दिखाएगी ACB:नए DG ने अतिरिक्त चार्ज संभालते ही निकाला आदेश, सिर्फ पदनाम और विभाग बताएंगे
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) अब भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों को ट्रैप करने के बाद नाम और फोटो जारी नहीं करेगी। सिर्फ विभाग का नाम और पद की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। ऐसा आदेश DG ACB का अतिरिक्त चार्ज लेते ही हेमंत प्रियदर्शी ने दिया है।
आदेश में साफ किया गया है कि जब तक आरोपी पर अपराध सिद्ध नहीं हो जाता, तब तक उसकी फोटो और नाम मीडिया में या किसी अन्य व्यक्ति को नहीं दिया जाएगा। साथ ही, जिस भी आरोपी को पकड़ा जाएगा, उसकी सुरक्षा और मानवाधिकार की जिम्मेदारी ट्रैप करने वाले अधिकारी की रहेगी।
इस आदेश पर सवाल उठने के बाद जब भास्कर ने डीजी एसीबी हेमंत प्रियदर्शी से बात की तो उन्होंने कहा कि जिन लोगों को दोषी ठहराया जाना बाकी है, उनके नाम और पहचान सार्वजनिक करना सही नहीं है। (यहां पढ़ें पूरी खबर)