राजस्थान भाजपा में खींचतान और गुटबाजी को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं, लेकिन इस बार एक केंद्रीय मंत्री ने ही स्थानीय लीडरशिप को कटघरे में खड़ा कर दिया है। हालांकि, उन्होंने विपक्ष के तौर पर पार्टी के कमजोर रहने पर तंज कसा। मंत्री ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए।
दौसा लोकसभा क्षेत्र के दौरे पर आए केंद्रीय पशुपालन व मत्स्य राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि- साढ़े तीन से विपक्ष नजर ही नहीं आ रहा है। बालियान को राजस्थान की चार लोकसभा सीट के लिए पार्टी प्रभारी हैं।
दौसा में प्रभारी के तौर पर गुरुवार सुबह उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों की मीटिंग ली। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा विपक्ष की सही भूमिका निभाती तो क्यों आता। केंद्रीय मंत्री ने जिले में पार्टी की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया। मंत्री ने कहा यदि राज्य के सभी मुद्दों पर केंद्र सरकार काम करेगी तो फिर मुख्यमंत्री गहलोत किसलिए बैठे हैं। उन्हें विदा कर दीजिए केंद्र ही यहां सरकार चला लेगा।
भाजपा में सीएम फेस तय करेगा आलाकमान
लंपी बीमारी से पूरे राजस्थान का गौवंश पीड़ित है और मुख्यमंत्री 15 दिन से राज्य से बाहर हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के लिए घूम रहे हैं तो फिर उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष बनवा दीजिए। यहां भाजपा सरकार चला लेगी।
राजस्थान का मुख्यमंत्री बदलने के सवाल पर उन्होंने कहा सीएम क्यों बदलना चाहिए पूरी सरकार ही बदल दीजिए। भाजपा के सीएम फेस के सवाल पर मंत्री ने कहा यह मेरे अधिकार क्षेत्र का मामला नहीं है। इसका निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
उन्होंने कहा पिछले विधानसभा चुनाव में दौसा की सभी 5 विधानसभा सीटों पर भाजपा हार गई, ऐसे में हमारी पार्टी कमजोर तो है इसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है। मैंने सांसद को कहा है लड़ाई के लिए कमर कस लो, हम कांग्रेस सरकार के खिलाफ लड़कर बताएंगे।
लोग कांग्रेस सरकार को विदा करने वाले हैं
भाजपा पदाधिकारियों की मीटिंग के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कार्यकर्ताओं की कुछ शिकायतें रहती हैं। विधानसभा चुनाव लड़े कार्यकर्ताओं के एक्टिव नहीं रहने के बारे में भी शिकायतें हैं। जिन्हें प्रत्याशी बनाया गया था उनसे पार्टी व कार्यकर्ता काम की उम्मीद रखते हैं।
कार्यकर्ता चाहते हैं कि उसका नेता उनके बीच रहे और जनता के मुद्दों की लड़ाई लड़े। 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सवाल पर उन्होंने कहा प्रदेश में सड़कें खराब हैं, किसानों को खाद-बीज नहीं मिल रहा, कानून व्यवस्था ठीक नहीं है। ऐसे कई मुद्दों पर प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार को विदा करने वाली है।
बालियान ने कहा इतनी बड़ी पार्टी और संगठन है, इसमें कुछ बातें होती हैं, सबको एक साथ बैठाकर काम करेंगे। उन्होंने सांसद जसकौर मीणा से लंबी चर्चा की।
राज्य सरकार और सिस्टम पूरी तरह फेल
उन्होंने कहा यदि राज्य और केंद्र साथ मिलकर काम करते हैं तो बेहतर परिणाम आते हैं लेकिन कम्युनिकेशन और कोऑर्डिनेशन की कमी के चलते कई सारे काम अटक जाते हैं।
लंपी से देश में सबसे ज्यादा 55 हजार गौवंश की राजस्थान में मौत हुई, सिर्फ राजस्थान में ही खाद की कालाबाजारी हो रही है क्योंकि राज्य सरकार और सिस्टम पूरी तरह फेल है।
दौसा कलेक्ट्रेट परिसर में केंद्र सरकार की योजनाओं की समीक्षा भी की गई। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों से योजनाओं के सही संचालन के लिए भी कहा।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मुझे इस विषय की ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन नहर परियोजना जैसे प्रोजेक्ट केंद्र व राज्यों के बीच तय नियमानुसार ही होते हैं। जल शक्ति मंत्री भी राजस्थान से ही सांसद हैं ऐसे में राज्य सरकार को केंद्र से बात करनी चाहिए।
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