राजस्थान के सीकर में सोमवार सुबह खाटूश्याम मंदिर में भगदड़ मच गई। हादसे में 3 महिलाओं की मौत हो गई। 4 लोग घायल हुए हैं।
हादसा सुबह 5:00 हुआ, जब एकादशी के मौके पर दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ गई थी। देर रात से ही श्रद्धालु लाइन में लगे थे। जैसे ही सुबह मंदिर के पट खुले, भगदड़ मच गई।
हादसे में मारी गई एक महिला का नाम शांति देवी है। दो की पहचान अभी नहीं हो पाई है। बॉडीज को खाटूश्यामजी हॉस्पिटल की मॉर्चुरी में रखवाया गया है, जहां उनका पोस्टमार्टम होगा।
तस्वीर हादसे के बाद भगदड़ में मारे गए लोगों की है। इनमें एक महिला भी शामिल है।
खाटूश्यामजी मंदिर परिसर में भगदड़ के बाद मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाते हुए राहत-बचाव कर्मी।
हादसे के बाद खाटूश्याम जी के दर्शन दोबारा शुरू हो गए हैं। तस्वीर में आप भक्तों की लंबी कतारें देख सकते हैं।
खाटूश्यामजी मंदिर का मुख्य द्वार। यहां लगने वाले मेले में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।
हालात काबू में, दर्शन दोबारा शुरू- पुलिस
पुलिस ने बताया कि मंदिर के बाहर भारी भीड़ जमा थी। जैसे ही मंदिर के गेट खुले, लोग एक-दूसरे को धक्का देकर आगे बढ़ने लगे। कुछ लोगों ने बताया कि धक्का-मुक्की में एक महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। इसके चलते पीछे आ रहे लोग भी गिरने लगे। भगदड़ की खबर मिलते ही पुलिस टीम मंदिर पहुंची और हालात संभाले। मंदिर में दर्शन दोबारा शुरू हो गए हैं।
PM और CM ने दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खाटू श्यामजी में भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत से दुखी हूं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि हादसे में मारी गईं तीनों महिलाओं के परिजनों के साथ उनकी संवेदनाएं हैं। उन्होंने घायलों की जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
मंदिर में कई किलोमीटर लंबी लाइन लगती है
भगदड़ में शिवचरण (50), मनोहर (40), करनाल की इंदरादेवी (55), अलवर की अनोजी (40) घायल हुए हैं। मनोहर की हालत गंभीर है। उन्हें जयपुर रेफर किया गया है। खाटूश्याम जी के मासिक मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। पट बंद होने के कारण श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर की लाइन लग जाती है।
ग्यारस पर पांच लाख से ज्यादा लोग करते हैं दर्शन
हर महीने दाे बार ग्यारस तिथि पर खाटूश्याम जी के दर्शन के लिए लाखों लाेग उमड़ते हैं। ऐसा अनुमान है कि हर ग्यारस पर यहां राजस्थान समेत अन्य प्रदेशों से 5 लाख से ज्यादा लोग दर्शन के लिए आते हैं। ग्यारस पर खाटूश्याम जी के दर्शन का विशेष महत्व माना जाता है।