सोजत के इलेक्ट्रिकल व्यापारी की बेंगलुरु में हत्या कर गहने-नगदी लेकर फरार हुआ नौकर आखिरकार राजस्थान- गुजरात सीमा में पकड़ा गया। जिसे गुजरात पुलिस ने बैंगलोर पुलिस को सौंपने की कार्रवाई की। आरोपी बींजाराम ने 25 मई की रात को बेंगलोर में सोजत के मूल निवासी 74 वर्षीय वृद्ध जुगराज जैन की हत्या कर नगदी व गहने लेकर फरार हो गया था।
सोजत मूल के जुगराज जैन जिनकी 25 मई को बैंगलोर में हत्या कर नौकर गहने-नकदी लेकर फरार हो गया था।
ऐसे पकड़ा गया आरोपी
गुजरात की सीमा पर एसपी बनासकांठा अक्षय राज तथा उप अधीक्षक डॉ कुशल ओझा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे अभियान के तहत अमीरगढ़ थाना अधिकारी एमके झाला अपने स्टाफ सहित सीमा पर वाहनों की जांच कर रहे थे। इस दौरान ट्रक के केबिन में बैठा एक व्यक्ति उन्हें संदेहास्पद लगा। पुलिस ने उसके थैलों की चेकिंग की तो उसमें नकदी और सोने-चांदी के गहने मिले। बीजाराम से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बेंगलुरु में नौकर था। उसके मालिक का परिवार किसी आयोजन में बाहर गया था। रात को घर मालिक वृद्ध को अकेला देखकर उसने मालिक की हत्या कर गहने व नगदी लूट कर फरार हो गया था। आरोपी के कब्जे से 8 लाख 48 हजार नगद तथा सोने-चांदी के गहने, जिनकी कीमत 15 लाख 34 हजार और 40 हजार का मोबाइल सहित कुल 24 लाख 23 हजार का सामान बरामद किया। अमीरगढ़ पुलिस ने घटना की सूचना बेंगलुरु पुलिस को दी।
25 मई को बेंगलुरु में की थी हत्या
पाली जिले के सोजत क्षेत्र के निवासी जग्गूराज जैन (74) बेंगलूरु में चामराजपेट में रहते थे। वे चिकपेट में दीपम इलेक्ट्रिकल्स के नाम से दुकान चलाते थे। 25 मई की रात उनकी हत्या कर दी गई, जब वे फ्लैट में अकेले थे। बुधवार सुबह जग्गूराज के फ्लैट से बाहर नहीं आने पर पड़ोसियों ने उनके पुत्र प्रकाश चंद को सूचना दी। उन्होंने आकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन दरवाजा नहीं खुलने पर उसने अपनी बहन अरुणा और बहनोई महावीर चंद्र से कह कर नकली चाबियां बनाने वाले को बुलाया। दूसरी चाबी से जब दरवाजा खोला गया तो बाथरूम में जग्गूराज जैन का शव मिला। उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था और हाथ-पैर बंधे हुए थे। नौकर बीजाराम भी लापता था। घर के लॉकर, अलमारियां और वार्डरोब खुले पड़े थे। उनमें रखे जेवर और नकदी गायब थे। यहां जग्गूराज जैन अपने पुत्र आनंद कुमार बहू उषारानी और दो पोतों के साथ रहते थे। आनंद कुमार ने छह माह पहले राजस्थान के बीजाराम को दुकान और घरेलू काम के लिए रखा था। बीजाराम पर जग्गू राज को फ्लैट से दुकान और दुकान से फ्लैट लाने की जिम्मेजारी भी थी। वह अपार्टमेंट के नीचे एक कमरे में सोता था। आनंद कुमार कारोबार के सिलसिले में गोवा गया था। पत्नी बच्चों को लेकर मायके शिकारीपुर गई थी। बीजाराम ने दुकान बंद करने के बाद जग्गूराज को फ्लैट पर लाकर छोड़ा था। उन्हें अकेला देख आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया।