करौली दंगे को लेकर Ex. CM वसुंधरा राजे ने गहलोत सरकार पर हमला बोला है। वसुंधरा राजे ने मंगलवार को दंगा पीड़ितों से मिलने के बाद कहा- प्रशासनिक आदेशों के माध्यम से गहलोत सरकार हिंदू त्योहारों पर पाबंदी लगा रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री कहते हैं कि भाजपा के शीर्ष नेता आग लगाने का काम करते हैं। सरकार आपकी, पुलिस आपकी और प्रशासन आपका तो फिर दोष भाजपा पर क्यों ? सच तो यह है कि यह आग करौली में कांग्रेस ने लगवाई है। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का तो एक ही लक्ष्य है, सबका साथ-सबका विकास।
राजे ने कहा- मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि भाजपा धर्म की राजनीति करती है, जबकि भाजपा कर्म की राजनीति करती है। करौली कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति के कारण ही जला। नववर्ष पर निकाली जा रही शोभायात्रा पर षड्यंत्र पूर्वक पथराव किया गया। जिन्होंने प्राण घातक हमला किया उन पर भी वही धाराएं और जो घायल हुए उन पर भी वही धाराएं लगाई गईं। इस सरकार का यह कैसा न्याय है? यदि शोभा यात्रा से पहले ही प्रशासन सतर्कता बरतता तो यह घटना टल सकती थी। करौली से कई लोग पलायन कर गए हैं। कई लोग दहशत में जी रहे हैं।
आज भगवा से परहेज तो क्या कल कांग्रेस भगवान से भी परहेज करेगी?
राजे ने कहा- यह सरकार पूरी तरह से तुष्टिकरण की नीति पर काम कर रही है। रमजान पर निर्बाध रूप से बिजली देने के आदेश, छोटीसादड़ी के केसुंदा गांव में भाजपा का झंडा लगाने के कारण एक कार्यकर्ता की हत्या इसकी बानगी है। इसी तरह भीलवाड़ा में परशुराम सर्किल पर से भगवा झंडा हटवाया गया। बाद में जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो प्रशासन को भगवा झंडा वापस लगवाना पड़ा। भगवा किसी पार्टी का रंग नहीं है, यह भगवान का रंग है। आज भगवा से परहेज तो क्या कल कांग्रेस भगवान से भी परहेज करेगी?
खुद की गलतियां भाजपा पर डालना गहलोत की उपलब्धि
राजे ने कहा- कई बार मीडिया पूछता है कि मुख्यमंत्री गहलोत जी की उपलब्धि क्या है ? मेरा जवाब होता है- मुख्यमंत्री जी की उपलब्धि है खुद की हर गलती को पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा नेताओं पर डालने का प्रयास करना। हालांकि इसमें वह सफल नहीं हो पाते।
वसुंधरा राजे ने करौली कलेक्टर-एसपी से कहा- समय एक सा नहीं रहता,ऐसी गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ता है
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने करौली कलेक्टर और एसपी को बुलाकर उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई। राजे ने उन्हें अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी का निर्वहन ढंग से करने की नसीहत दी। राजे ने कलेक्टर एसपी से कहा- ‘याद रखना समय एक सा नहीं रहता है। ऐसी ग़लतियों का ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ता है। जिस तरह से आपने लोगों के साथ अन्याय किया है,उसे भूला नहीं जा सकता। यह टोटली पुलिस और राज्य सरकार का फ़ेल्योर और षड्यंत्र है। राजे ने कहा कि दोषियों को तुरंत गिरफ़्तार किया जाए और किसी भी निर्दोष को जबरन नहीं फंसाया जाए।